किन्नर से प्यार भाग - 3





कहानी _ किन्नर का प्यार भाग _3

किसी चीज या किसी खुशी को खो देने का भय या भविष्य में अनहोनी होने की चिंता व्यक्ति वर्तमान में मिल रही हर खुशी के पल को अधिक से अधिक समेट लेना चाहता है।यही हाल सुनंदा का था ।वो राहुल के साथ हर पल को आत्मसात कर लेना चाहती थी।इस समय वो सबकुछ भूलकर केवल राहुल के साथ खो जाना चाहती थी।उधर घर पर उसकी मां ममता देवी अपनी बेटी के भविष्य की चिंता में व्याकुल हुई जा रही थी।
राहुल और सुनंदा नीचे हरी मुलायम घास पर बैठ गए।राखी और समीर वही सीमेंट की बेंच पर बैठ कर आपस में बात चीत करने लगे।
सुनंदा पूछा दिल्ली कब जा रहे हो तुम ।
दो तीन दिन में जाना पड़ेगा ।एक इंस्टिट्यूट में ऑनलाइन आवेदन भर दिया था।उसका रिजल्ट सबसे अच्छा है।एडमिशन भी हो गया है।ऑनलाइन पेमेंट भीं कर दिया है।
राहुल ने जवाब दिया।
वाह बहुत अच्छा किया तुमने।
तुम्हारी पढ़ाई कब तक पूरी हो जायेगी।
आईएस का एग्जाम हर साल होती है जिसमे देश भर के हजारों लाखों छात्र छात्राएं भाग लेते हैं । भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी की तैयारी में काम से कम तीन साल लग जाते हैं।जिनका रेंक सबसे ज्यादा या बेहतर होता है उनका चयन हो जाता है।जिनका नही होता है उनको फिर से तैयारी करनी पड़ती है।इसलिए समय का कुछ कहा नहीं जा सकता है।राहुल ने बताया।पूरी प्रक्रिया तीन चरणों यानी प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार के रूप में होती है।प्रतिभागी को यूपीएससी(यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन,भारतीय प्रशासनिक लोक सेवा आयोग) द्धारा आयोजित परिक्षा के हर भाग को पास करना होता है।
ओह अच्छा सुनंदा राहुल की बातो को ध्यान से सुनते हुए बोली।
यह तो बहुत मुश्किल पढ़ाई है।लेकिन मुझे पूरा विश्वास है तुम पहली बार में ही सेलेक्ट होकर एक बहुत बड़ा आईएस ऑफिसर बनोगे।
इतना कहकर सुनंदा ने अपने बैग से पॉकेट निकाला और राहुल को देते हुए कहा यह रखो मेरी तरफ से गिफ्ट ।अपनी हर परीक्षा इसी कलम से देना । इसमें मेरी दुआ है तुम जरूर पास कर जाना।
राहुल ने कलम के उस डब्बे को खोलकर देखा बहुत सुंदर पेन थी । अरे वाह बहुत सुंदर कलम है ।थैंक यू सुनंदा।मैं अब हर परीक्षा तुम्हारे दिए गए इसी पेन से लिखूंगा।
अब तुम अपनी आंखे बंद करो राहुल ने मुस्कुराते हुए कहा ।
लेकिन क्यों कही तुम कोई बदमाशी तो नही करोगे ।सुनंदा ने हंसते हुए कहा।
अरे नही बाबा तुम बंद तो करो।राहुल ने जिद किया।
सुनंदा ने अपनी आंखे बंद कर लिया।राहुल ने उसकी बाएं हाथ की कलाई में एक बेहद खूबसूरत घड़ी पहना दिया।अब अपनी आंखे खोलो।
सुनंदा ने देखा उसकी कलाई पर एक सुनहरी रंग की घड़ी चमक रही थी।
अरे वाह कितनी सुंदर घड़ी है ।थैंक यू राहुल। सुनंदा ने उस घड़ी को चूमते हुए कहा।
ये घड़ी तुम्हे समय का एहसास कराएगी और बताएगी कि समय और अवसर कभी किसी का इंतजार नही करता है।इसलिए समय पर किसी काम का होना जरुरी है और मौका को हाथ से जाने नही देना है।
वाह राहुल तुम तो फिलासफर भी हो । सुनंदा ने खुश होकर कहा।
अपनी जेब से राहुल ने भी एक पेन का डब्बा निकालकर सुनंदा को देते हुए कहा लो तुम भी मेरी तरफ से यह गिफ्ट रखो और एक बड़ा वकील बनना ताकि हमेशा न्याय का साथ दे सको ।मुजरिम भले ही बच जाए मगर कोई निर्दोष सजा न पाने पाए।राहुल ने कहा ।
ओह राहुल तुम तो मुझे खुशी से पागल कर दिया ।एक बार तुमको धन्यवाद कहती हूं ।मैं हमेशा तुम्हारी बातों का ख्याल रखूंगी और हमेशा न्याय का साथ दूंगी।

अरे बातो ही बातो मे मैं तुमसे पूछना भूल गई की मैने अभी तक कोई लॉ कॉलेज का सेकेक्सन नही किया है तुम कोई सुझाव दो न। सुनंदा ने राहुल से पूछा ।
देखो सुनंदा वैसे तो देशभर में अनेक लॉ कॉलेज है मगर उनमें से टॉप टेन कॉलेज ऐसे है जहां प्लेसमेंट की सुविधा है। वहा से तुम किसी न कंपनी में लीगल एडवाइजर के रूप में सेलेक्ट होकर ही निकलोगी या किसी कोर्ट में वकील के रूप वकालत कर सकती हो लेकिन इसके लिए तुम्हे भी इंटरेंस का एग्जाम देना पड़ेगा । सेलेक्सन के बाद ही तुम्हारा एडमिशन हो पायेगा।इसके लिए तुम्हे भी पहले से सी एल ए टी ( कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करनी होगी।राहुल ने उसे डिटेल में सब समझाया।
ठीक है राहुल तुमने जैसा बताया है मैं वैसा ही करूंगी।

तुम चाहो तो यहां लखनऊ में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में एडमिशन हेतु प्रयास कर सकती हो ।तुम्हे शहर छोड़कर मेरी तरह बाहर नही जाना पड़ेगा ।राहुल ने आगे बताया।
बहुत सही कहा तुमने राहुल ,मेरे लिए यही सबसे अच्छा रहेगा। सुनंदा ने खुश होकर कहा।
लेकिन मुझे एक शंका है राहुल तुम दिल्ली तो जा रहे हो कही किसीgg दिल्ली वाली लड़की से प्यार तो नही कर बैठोगे।क्योंकि मैंने सुना है वहा की लड़किया बहुत सुंदर और मनमोहनी होती हैं।किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है ।सुनंदा ने चिंता करते हुए कहा।
उसकी बात सुनते ही राहुल हंसने लगा ।तुम भी कैसी बाते कर रही हो सुनंदा। वहा जाने के बाद मुझे एक मिनट की फुरसत नहीं मिलेगी फिर मैं कैसी किसी लड़की की तरफ देखूंगा।अगर देख भी लिया तो कोई फर्क नही पड़ेगा क्योंकि मेरे दिल में तो तुम पहले से अड्डा जमाए बैठी हो।
उसकी बात सुनकर सुनंदा भी हसने लगी । ओह राहुल तुमने मुझे खुश कर दिया ।लेकिन याद रखना अगर तुमने मुझे धोखा दिया तो सोच लेना मैं तुम्हे कच्चा चबा जाऊंगी ।उसने गंभीर होकर कहा।
तभी वहा राखी आ गई अरे तुम किसे चबाने जा रही हो यहा मेरे पेट में चूहे दौड़ रहे है चलो कुछ हम सब भी चबा लेते है ।उसकी बात सुनकर दोनो हंसने लगे।
समीर भी वहा पहुंच गया था।राखी सही कह रही है चलो कही कुछ खाया पिया जाए यार तुम दोनो जबसे आए केवल बाते ही किए जा रहे हो।
उसकी बात पूरी भी नही हुई थी की तभी वहा कुछ किन्नरों का दल मांगते हुए पहुंच गया।जमीन पर बैठे हुए सुनंदा और राहुल को देखकर कहा।कितनी सुंदर जोड़ी है ।किसी की नजर न लगे ।इतना कहकर उनकी नेता ने दोनो की बलाइयां लेते हुए कहा सदा सलामत रहे तुम दोनो की जोड़ी । सदा सुखी रही । देखो बबिता किन्नर का आशीर्वाद कभी खाली नहीं जाता है अब कुछ नेग दे दो ।तुम दोनो को फल मिलेगा।
किन्नरों को देखकर सुनंदा थोड़ी विचलित हो गई लेकिन खुद को संयत रखा ।उसने राहुल से कहा कुछ दे दो राहुल।
राहुल ने अपनी जेब से पचास रुपए निकाल कर बबिता किन्नर की हथेली पर रख दिया।किन्नर ने खुश होते हुए दोनो के सिर पर अपना हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया और अपने दल को लेकर दूसरे विवाहित जोड़े की तरफ बढ़ गया।
राहुल ने कहा _ बड़ी अजीब जिंदगी होती है बेचारे किन्नरों की ।समाज में कोई इज्जत नहीं देता है और न कोई काम देता है ।मैं जब ऑफिसर बनूंगा इन किन्नरों के लिए जरूर कुछ करूंगा।
राखी और सुनंदा आश्चर्य से उसे देखती रह गई।राखी को उसकी बात सुनकर बड़ी तसल्ली हुई।
चलो चलते है मैं सबको आज केंडिल डिनर पार्टी देता हूं इतना कहते हुए राहुल खड़ा हो गया।
अरे मेरा हाथ तो पकड़ो और मुझे उठाओ सुनंदा ने अपना हाथ राहुल की तरफ बढ़ाते हुए कहा।
राहुल ने अपना हाथ बढ़ाकर सुनंदा का हाथ पकड़कर उसे उठाकर खड़ा कर दिया।
उठते उठते वो राहुल पर गिर पड़ी ।राहुल ने उसे संभाल लिया।
जरा संभल कर चला करो।हर जगह राहुल नही रहेगा तुमको सहारा देने के लिए राखी ने मजाक करते हुए कहा।
सब लोग हंसने लगे।
पार्क से बाहर निकलने पर एक माली की फूलो की दुकान थी ।राहुल ने उससे एक फूलो का गजरा लिया और सुनंदा के जुड़े में लगा दिया । गजरा मह मह महक रहा था। सुनंदा खुश हो गई।
बगल के रेस्टुरेंट में सबने केंडिल डिनर पार्टी का मजा लिया ।राखी ने सबका ग्रुप फोटो लिया।राहुल और सुनंदा का अलग से फोटो लिया। सुनंदा ने अपने बैग से रुपए निकालते हुए राहुल को देते हुए कहा पेमेंट कर दो।
अरे मेरे रहते हुए पेमेंट तुम करोगी सब क्या कहेंगे।
राहुल ने मना करते हुए कहा ।
तुम्हारा काम होगा अपनी नौकरी करना है महीना के अंत में चुपचाप अपनी तनख्वाह मेरे हाथ में रख देना ।कहा कितना खर्च करना है वो मैं देख लूंगी ।सुनंदा ने ऐसे अंदाज में कहा की सब लोग हंसने लगे।
रख लो राहुल ये बहुत जिद्दी है नही मानेगी तुम बाद में खर्च कर लेना।राखी ने राहुल से कहा।
मजबूर होकर राहुल ने सुनंदा से रुपए लेकर काउंटर पर पेमेंट कर दिया।
अब तुम आइसक्रीम खिला सकते हो।सुनंदा ने कहा ।
राहुल ने एक दूसरी दुकान से सबके लिए आइसक्रीम ले आया।सब लोग आइस क्रीम खाने लगे।
तभी सुनंदा के फोन पर उसकी मां का फोन आया ।
मैं ठीक हूं मां राहुल के साथ बड़ा इंज्वॉय कर रही हूं मम्मी ।तुम चिंता मत करो। हां मैं अब घर ही आ रही हूं ।ठीक है मां मैं फोन राहुल को दे रही हूं ।
उसने फोन राहुल को दे दिया ।राहुल ने फोन पर उसकी मां को प्रणाम कहा ।ठीक है आंटी आप चिंता मत करे मैं सबको लेकर घर आ रहा हूं ।
राहुल फोन पर बात चीत कर ही रहा था तभी कुछ मनचले नौजवान शराब के नशे में सुनंदा के साथ छेड़छाड़ करने लगे।राहुल ने जैसे ही देखा आपे से बाहर हो गया।उसने उन पांच लडको को तड़ातड एक एक मुक्के जड़ दिया।बाकी लोग बीच बचाव करने लगे ।तभी वहा एक बोलेरो गाड़ी आई उन पांचों ने सुनंदा को उठाया और उस गाड़ी में लेकर भाग खड़े हुए । सबलोग हक्का बक्का देखते रह गए।

शेष अगले भाग _4 में 

लेखक _ श्याम कुंवर भारती
बोकारो, झारखंड




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1 Comments

Mohammed urooj khan

04-Nov-2023 12:35 PM

👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾

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